१. बरगद के दूध की दो बूँदें, बताशे में रख कर, प्रातः निहारी-मुंह, बासी मुंह खाएं! इक्कीस दिन!
२. बरगद की मुलायम दाढ़ी, दो ग्राम, प्रातः चबाएं, आधा गिलास, दूध पी लें! इक्कीस दिन!
३. देसी कीकर की फलियां ले लें, इसके पके बीज निकाल लें, चूर्ण बना लें, प्रातः काल में, शहद के साथ एक चुटकी चाट लें! इक्कीस दिन!
४. देसी पान का पत्ता, जायफल का चूर्ण, एक चुटकी, रात्रि समय चबा लें, अर्क पी जाए, इक्कीस दिन!
५. धतूरे का एक बीज, भून लें, दूध की मलाई के साथ, रात्रि में चबा लें! इक्कीस दिन!
६. बेल-पत्थर के फल का छिलका, भून लें, पीस कर, चूर्ण बना लें, दही के साथ प्रातःकाल में, चाट लें, एक चुटकी, इक्कीस दिन!
७. कबाबचीनी का चूर्ण, एक चुटकी, गुड, पांच ग्राम, चबा लें, दिन में कभी भी, इक्कीस दिन!
८. अमरक का अर्क, भुनी हुई सूजी में, एक चुटकी, मिला कर चाट लें, ऊपर से आधा कप दूध पी लें, इक्कीस दिन!
प्रयोग करें, सरल से उपाय हैं! अचूक फलदायी हैं!